नई दिल्ली. अगर आप iPhone यूजर हैं तो दिन में एकआध बार तो सिरी से मदद मांग ही लेते होंगे. आईफोन का ये फीचर, सभी आईफोन हैंडसेट में इनबिल्ट आता है. सिरी आपके हर बेवकूफी भरे सवाल के जवाब बहुत सहजता के साथ देती है. लेकिन इसे लेकर अब एक बवाल हो गया है. ऐप्पल पर आरोप लगाया गया है कि वह सिरी के जरिये अपने यूजर्स के डेटा एकत्रित करता है और उसका इस्तेमाल मार्केटिंग प्रोफाइल बनाने के लिए करता है. कंपनी पर आरोप लगाया जा रहा है कि सिरी के जरिए जुटाए सारे डेटा को वह थर्ड पार्टी को बेच देती है.
इसे लेकर कंपनी पर एक मुकदमा चलाया गया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि Apple ने जानबूझ कर Siri एक्टिवेशन के जरिए निजी बातचीत को नियमित रूप से रिकॉर्ड किया और इन रिकॉर्डिंग को विज्ञापनदाताओं सहित थर्ड पार्टी के साथ शेयर कर दिया. इस आरोप के बाद Apple 95 मिलियन डॉलर का भुगतान करने पर सहमत हो गया. लेकिन वह फिर भी आरोपों से इनकार कर रहा है. ऐप्पल का कहना है कि उसने किसी भी गलत काम को स्वीकार नहीं किया. समझौते की शर्तों के तहत, लाखों Apple ग्राहकों को Siri वाले हर डिवाइस के लिए 20 डॉलर तक मिल सकते हैं.
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डेटा थर्ड पार्टी को देने पर कंपनी का क्या कहना है?
कंपनी ने बुधवार को कहा कि Apple ने कभी भी मार्केटिंग प्रोफाइल बनाने के लिए सिरी डेटा का इस्तेमाल नहीं किया है, इसे कभी भी विज्ञापन के लिए उपलब्ध नहीं कराया है और इसे कभी भी किसी को किसी भी मकसद के लिए नहीं बेचा है.
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कंपनी के अनुसार, सिरी का काम दरअसल, यूजर्स के डिवाइस पर जितना संभव हो उतना डेटा प्रोसेस करना है ताकि Apple सर्वर को कोई जानकारी बताए बिना पर्सनल एक्सपीरिएंस दिया जा सके. कंपनी के अनुसार, सिरी केवल सटीक परिणाम देने के लिए आवश्यक न्यूनतम जानकारी ही कलेक्ट करता है.
इसके अलावा, Apple ने कहा कि वह यूजर इंटरैक्शन की ऑडियो रिकॉर्डिंग को तब तक सहेजता नहीं है जब तक कि यूजर सिरी की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए उन्हें शेयर करने के लिए खासतौर पर सहमति न दे. इन रिकॉर्डिंग का उपयोग केवल इसी उद्देश्य के लिए किया जाता है, भले ही यूजर अपना ऑडियो शेयर करने का निर्णय लेते हों. इसने आगे कहा कि यूजर के पास इसका कंट्रोल होता है. वह किसी भी समय ऑप्ट आउट कर सकते हैं.
आपको बता दें कि ये विवाद साल 2019 में शुरू हुआ, जब द गार्जियन ने एक खुलासा किया, जिसमें कहा गया था कि ह्यूमन कॉन्ट्रैक्टर्स ने गुमनाम सिरी रिकॉर्डिंग की समीक्षा की. इस दौरान उन्हें कभी-कभी संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी भी मिलीं. इसके बाद Apple ने अपनी नीतियों में संशोधन किया, ऑडियो रिकॉर्डिंग को केवल ऑप्ट-इन बना दिया और ऐसी रिकॉर्डिंग तक थर्ड पार्टी के कॉन्ट्रैक्टर की पहुंच को बंद कर दिया.
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FIRST PUBLISHED : January 9, 2025, 18:30 IST