नई दिल्ली. साल 2024 अब खत्म होने वाला है और अपने साथ ये कई अनुभव छोड़कर जा रहा है. इसमें कुछ अच्छे तो कुछ बुरे भी हैं. लेकिन एक चीज जो पूरे साल चर्चा का विषय बनी रही, वो है AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस. AI ने जहां लोगों का काम आसान किया, वहीं इसके कुछ नकारात्मक पक्ष भी देखने को मिले. AI की मदद से हुए स्कैम्स ने साल 2024 में नाक में दम कर दिया. डीपफेक के मामले भी खूब देखने को मिले. यहां तक कि मशहूर हस्तियां भी इसकी शिकार बनीं. AI के जरिए तैयार किए जा रहे ये कंटेंट इतने वास्तविक लगते हैं कि आप चाहकर भी ये नहीं पकड़ सकते कि ये वास्तव में सेलिब्रिटी ही बोल रहा है या फिर AI का कमाल है.
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Youtube पर अपलोड होने वाले कंटेंट के लिए भी ये चुनौतियां खड़ी कर रहा है, क्योंकि इसकी वजह से ये समझना मुश्किल हो गया है कि प्रामाणिक कंटेंट कौन सी है. इससे निपटने के लिए यूट्यूब एक ऐसे टूल को लाने की तैयारी कर रहा है, जो झट से ये बता देगा कि किसी वीडियो में AI की मदद लेकर सेलिब्रिटी की कॉपी की गई है या वास्तविक है. इससे यूट्यूब क्रिएटर्स और सेलिब्रिटी को उनकी पहचान के दुरुपयोग से बचाने में मदद मिलेगी. इसके लिए Youtube ने क्रिएटिव आर्टिस्ट एजेंसी (CAA) के साथ हाथ मिलाया है, जो इस काम में यूट्यूब की मदद करेगा.
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Youtube का ये नया टूल क्रिएटर्स को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके ऐसे वीडियो की पहचान करने में मदद करेगा, जिनमें उनके चेहरे, आवाज या उनकी पहचान की नकल की गई है. वो Youtube से ऐसी टंटेंट हटाने को भी कह सकते हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो Youtube इसे अगले साल लॉन्च करने की योजना बना रहा है. शुरुआत में इसे मशहूर हस्तियों और एथलीट के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. बाद में इसे प्लेटफॉर्म पर टॉप क्रिएटर्स, प्रभावशाली लोगों और अन्य प्रोफेशनल्स के लिए रोल आउट किया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : December 18, 2024, 17:11 IST